Pilot Kaise Bane: आसमान में मंजिल, विमान सेवा

Pilot Kaise Bane: किसी भी घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट पर ग्राउंड स्टाफ तथा विमान के स्टाफ के रूप में कार्य करने के लिए विमानसेवा का क्षेत्र रोजगार की दृष्टि से काफी संभावनाओं से भरा हुआ है। 


दरअसल, नित नई एयरलाइनों के आने के कारण तकनीकी और गैर- तकनीकी पदों के लिए कुशल लोगों की मांग दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है। इसलिए जो युवा देश-दुनिया की सैर करना चाहते हैं, उनके लिए अवसर खुले हैं विमान सेवा में। 


इस क्षेत्र में सभी विभागों के लोग मिलकर टीमवर्क की तरह काम करते है और विमान की उड़ान को संभव बनाते हैं । आज राष्ट्रीय और अंतराष्ट्रीय स्तर पर विमान सेवाओं की संख्या तेजी से बढ़ रही है। 


इनमें सरकारी विमान सेवाएं (जैसे- भारत में एयर इंडिया, इंडियन एयरलाइंस, एलायंस एयर और पवन हंस) तो हैं, निजी एयरलाइन भी बड़ी संख्या में हैं। इसके अलावा पहले से उपस्थित निजी एयरलाइन जहां अपना विस्तार कर रहे हैं, वहीं नित नई एयरलाइनें भी सामने आ रही हैं। 


एयरलाइंस की सेवाएं अब महानगरों और बड़े शहरों तक ही सीमित नहीं रह गई हैं। यात्रियों की संख्या बढ़ाने की होड़ में वे छोटे शहरों की ओर भी रूख करने लगी हैं। 


पहले जहां किसी शहर के लिए चौबीस घंटे में मात्र दो या तीन फ्लाइट्स होते थे, वहीं अब महानगरों के लिए हर घंटे दो घंटे पर फ्लाइट उपलब्ध है। 


कई एयरलाइनों के होने और प्रतिस्पर्धा बढ़ने के कारण यात्रियों को पहले से बेहतर और उत्कृष्ट गुणवत्ता की सुविधाएं मिल पा रही है।


भारत में सरकार द्वारा संचाचित एयरलाइनों के अलावा आज निजी कंपनियों द्वारा संचालित एयरलाइंस है ।


Pilot Kaise Bane




इनमें कुछ प्रमुख है -

एयर डक्कन, - http://airdeccan.co.in/

जेट एयरवेज, - https://www.jetairways.com/

किंगफिशर, - Kingfisher

स्पाइस जेट, - https://www.spicejet.com/

इंडिगो, - https://www.goindigo.in/

गो एयर, - 

पैरामाउंट एयरवेज, -

एयर सहारा आदि।




कई तरह के है काम -



विमानसेवा का दायरा काफी बड़ा है, जो देश से निकलकर पूरी दुनिया को अपने से जोड़ता है। इसमें एयरपोर्ट ग्राउंड स्टाफ के अलावा एयर ट्रैफिक कंट्रोलर / मैनेजर आसमान में उड़ते विमान पर लगातार नजर रखते हैं और उन्हें आवश्यक दिशा-निर्देश देते रहते हैं। 


आपात स्थिति में वे विमान को सुरिक्षित उतारने के लिए पायलट्स को उचित उपाय भी बताते हैं विमानसेवा की दो शाखाओं-उड़ान तथा रखरखाव के लिए भारत सरकार के डायरेक्टर जनरल ऑफ सिविल एविएशन ( DGCA ) से मान्यता प्राप्त संस्थान द्वारा एयरक्राफ्ट मेंटिनेंस इंजीनियर अथवा पॉयलट का लाइसेंस लेना होता है। 


पॉयलट द्वारा विमान उड़ाने से पहले एएमई द्वारा विमान की हर तरह से जांच की जाती है। विमानसेवा से जुड़े कुछ प्रमुख पदों के बारे में यहां बताया जा रहा है।



एयरोनॉटिकल इंजीनियर



विमान उड्डयन कंपनियों के लिए एरोनटिकल इंजीनियर बेहद जरूरी होते हैं, जो विमान के विभिन्न कल पुर्जों को बनाते और उनकी असेम्बलिंग कर विमान का स्वरूप देते हैं। इन्हें विमान की उड़ान क्षमता तथा ईंधन क्षमता की पूरी जानकारी होती है। 


इसके लिए एयरोनॉटिक इंजीनियरिंग में कोई या बीटेक करना होता है, जिसकी अवधि चार वर्ष की होती है। इसमें प्रवेश के लिए अभ्यर्थी को गणित विज्ञान विषयों के साथ बारहवीं उत्तीर्ण होना चाहिए। 


यह पाठ्यक्रम प्रमुख आईआईटी और इंजीनियरिंग संस्थानों में उपलब्ध है। इसके अलावा एएमई यानी एयरक्राफ्ट मेटिनेंस इंजीनिययिका तीन वर्षीय पढ़ाई भी है, जो डायरेक्टर जनरल ऑफ सिविल एविएशन द्वारा संचालित होता है। 


इसमें प्रवेश के लिए भी न्यूनतम योग्यता बारहवीं है। पढ़ाई के दौरान हर वर्ष डीजीसीए द्वारा आयोजित परीक्षा उत्तीर्ण करनी होती है। यह पढ़ाई डीजीसीए द्वारा मान्यता प्राप्त संस्थानों से भी किया जा सकता है।



पॉयलट / को- पॉयलट 



किसी भी यात्री या मालवाहक विमान को उड़ाने की जिम्मेदारी इन्हीं पर होती है। इसके लिए मान्यता प्राप्त फ्लाइंग क्लब से विमाने उड़ाने संबंधी प्रशिक्षण के अलावा विभिन्न तरह के विमानों को उड़ाने का 500 से 750 घंटे का अनुभव होना चाहिए। डीजीसीए द्वारा इसमें बदलाव भी किया जा सकता है।




एयर ट्रैफिक कंट्रोलर (एटीसी)




इन्हें एयरपोर्ट टॉवर मैनेजर के नाम से भी जाना जाता है ये विमान के सुरक्षित टेक ऑफ व लैंडिंग, उड़ान और केबिन क्रू तथा यात्रियों की सुरक्षा को सुनिश्चित करते हैं। ये मौसम, विमान की ईंधन आवश्यकता, विमान के आदर्श एयर रूट आदि को भी देखते हैं। ये पॉयलट्स के लगातार संपर्क में होते हैं।



रिजर्वेशन व टिकटिंग एजेंट




ये यात्रियों को टिकट उपलब्ध कराने से लेकर उनका हर तरह से ख्याल रखने के लिए जिम्मेदार होते हैं, इनकी डयूटी एयरपोर्ट पर होती है। इसके लिए स्नातक होना जरूरी है।
साथ ही कंप्यूटर योग्यता हो और आकर्षक व्यक्तित्व हो। 




एयर होस्टेस / फ्लाइट स्टीवर्ड



किसी भी एयरलाइन का यह सबसे आकर्षक कार्य होता है। विमान में यात्री को उसकी सीट तक पहुंचाने, उसे नाश्ता-खाना परोसने, आवश्यक निर्देश देने तथा हर तरह की सहायता देने का काम एयर होस्टेस या फ्लाइट स्टीवर्ड करते हैं। इसके लिए प्रभावशाली व्यक्तित्व होना चाहिए। साथ ही बातचीत की कला में निपुण होना भी आवश्यक है। 



बढ़ रही है संभावनाएं



सिविल एविएशन के क्षेत्र में पूर्णतया प्रशिक्षित तकनीकी और गैर-तकनीकी स्टाफ की मांग में पिछले एक वर्षों में काफी तेजी आई है। 


निजी एयरलाइन कंपनियां पायलट, एयरहोस्टेस / फ्लाइट स्टीवर्ड (फ्लाइट अटेंडेंट्स) तथा अन्य तकनीकी व गैर तकनीकी पदों के लिए आकर्षक वेतन देकर युवाओं को अपनी ओर लुभा रही है। 



अवसर



सिर्फ भारत में 800 से अधिक पॉयलटों और 8000 से ज्यादा एएमई (असिस्टेंट मेकेनिकल इंजीनियर) / एई की जरूरत है, जबकि 10 खाड़ी के देशों में 10 हजार ज्यादा एयरोनाटिकल इंजीनियरों की आवश्यकता है। 


एविएशन के क्षेत्र में लगातार बढ़ रहे अवसरों को देखते हुए महानगरों बड़े शहरों के अलावा छोटे शहरों के युवक युवतियों के लिए भी संभावनाएं बढ़ गई हैं। 


कुछ वर्ष के अनुभव (3-5) के बाद ब्रिटिश एयरवेज, पैन एम आदि ब्रिटेन व अमेरिकी के इंटरनेशनल एयरलाइनों में प्रायः अधिकांश पदों के लिए बेहतरीन पैकेज मिल सकता है।



वेतन और सुविधाएं 


पायलट की शुरूवाती  तनख्वाह लगभग 20 हजार प्रतिमाह
होती है ।

तीन पांच साल के अनुभव के बाद पायलट व एई को 80 हजार से लेकर डेढ़ दो लाख व एयर होस्टेस फ्लाइट स्टीवर्ड को 25-35 हजार रूपये से अधिक मिलने लगते है। 


हालांकि अलग-अलग एयरलाइनों की तनख्वाह में अंतर हो सकता है।। ट्रैफिक असिस्टेंट, ट्रैफिक सुपरवाइजर, डयूटी ऑफिसर, डयूटी  मैनेजर, मैनेजर ग्राउंड ड्यूटी कागो ।
हैंडलिंग स्टाफ आदि की तनख्वाह 10 हजार से अधिक होती है।



प्रमुख संस्थान



इंडियन इंस्टीटयूट ऑफ टेक्नोलॉजी

कानपुर - https://www.iitk.ac.in/

मुंबई - https://www.iitb.ac.in/

चेन्नई - https://www.iitm.ac.in/

खड़गपुर - http://www.iitkgp.ac.in/

दिल्ली - http://www.iitd.ac.in/

स्कूल ऑफ एविएशन साइंस एंड टेक्नोलॉजी, सफदरगंज एयरपोर्ट, नई दिल्ली, फोन: 011-2462079 



एयरोनॉटिकल सोसायटी ऑफ इंडिया

13 बी, इंद्रप्रस्थ स्टेट, नई दिल्ली




सेंटर फॉर सिविल एविएशन ट्रेनिंग, 

प्लाट नं.- 22, अंबरहाई एक्सटेंशन, अपोजिट डीडीए एमएफएस पाकेट-2 फ्लैट्स, सेक्टर -19, द्वारका, दिल्ली-45, वेबसाइट www.ccat.in एयर होस्टेस एकेडमी, , रिंग 48, रोड, लाजपत नगर, पार्ट-3, नई दिल्ली-24




गुरू ग्राम इंस्टीटयूट ऑफ एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, 

लक्ष्मण विहार, धनवापुर रोड, गुड़गांव, फोन: 2252668,





राइट ब्रदर्स इंस्टीटयूट ऑफ एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग,

रिसर्च एंड मैनेजमेंट, 7, नेब सराय रोड, 359/25, अपोजिट अनुपम अपार्टमेंटस इग्नू रोड, सैदुलाजाब, नई दिल्ली - 30
फोन: 011-55378881





फॉरच्यून इंस्टीटयूट ऑफ एविएशन,

जी - 17 / डी, साउथ एक्सटेंशन, पार्ट-2 नई दिल्ली - 49,

फोन: 011-26266698,26266697





फ्रैंकफिन इंस्टीटयूट ऑफ एयर होस्टेस

ट्रेनिंग, 305-308, चौथी मंजिल, जेएस आर्केड,

डी-1, सेक्टर-18.


एक टिप्पणी भेजें

और नया पुराने