मर्चेंट नेवी एक अनोखा क्षेत्र है। हर बार समुद्र में एक नयी चैलेज देखने को मिलता है। इस क्षेत्र में आप तीस पैंतीस वर्ष की उम्र में ही इतना वेतन पाने लगते हैं, जिसकी कल्पना भी आम आदमी नहीं कर सकता है। चैलेज स्वीकार करने वाले युवाओं के लिए यह एक बेतरीन कैरियर है। मर्चेंट नेवी का क्षेत्र जितना रोमांचक है, , उतना ही आकर्षक भी सागर की लहरों के बीच देश विदेश का सफर करते हुए तमाम चुनौतियों का भी सामना करना पड़ता है। इससे आप मालवाहक या यात्री जहाज (क्रूजर) पर अपनी योग्यता के अनुसार विभिन्न पदों पर काम कर सकते हैं। आज यात्री जहाजों पर फाइव स्टार होटल्स की सुविधाएं और रहने के लिए सजे संवरे कमरे भी होते है।
विशालकाय समुद्री जहाज समुद्र में चलते छोटे शहर की तरह होते है। इसके संचालन के लिए तकनीकी और गैर तकनीकी लोगों की जरूरत होती है। रोजगार की दृष्टि से यह एक बेहतरीन क्षेत्र है, क्योंकि इसमें देश विदेश की यात्रा का रोमांच तो ही है, साथ ही आकर्षक वेनत भी मिलता है। जहाज पर काम करने वाले एक साधारण कर्मचारी का औसतवेतन करीब 30 हजार रूपए मासिक वेतन मिलता है। कई राष्ट्रीय तथा बहुराष्ट्रीय कंपनियों ने नई मालवाहक सेवाएं शुरू की है। इसके चलते मर्चेंट नेवी में अवसर तेजी से बढ़ रहे है।
मर्चेंट नेवी के काम
समुद्री जहाजों के रख-रखाव, संचालन तथा प्रबंधन की पूरी जिम्मदारी मर्चेंट नेवी पर होती है। बंदरगाहों के रखरखाव का तकनीकी कार्य भी मर्चेंट नेवी के अधिकारियों द्वारा किया जाता है। इनमें माल को जहाज पर चढ़ाना- उतारना, जहाज के संतुलन को ध्यान में रखकर सामान को सही जगह पर रखना इत्यादि शामिल है। इसे ऑन लैंट डयूटी कहा जाता है। मर्चेंट नेवी के अंतर्गत जहाज पर काम (ऑन शिप डयूटी) करने वाले लोगों का मुख्यतः तीन हिस्सों में बांटा जा सकता है - डेक, इंजीनियरिंग तथा केटरिंग इन तीनोंसमूहों में निश्चित संख्या में ऑफिसर तथा रेटिंग होते हैं।
समुद्री जहाजों में साधारण नाविक अथवा सी-मैन को रेटिंग कहा जाता है। ये सहायक कर्मचारी होते हैं। जो सभी विभागों में अधिकारियों के निर्देश पर कार्य करते हैं। जहाज का सबसे बड़ा अधिकारी कैप्टन होता है, जो इसके रखरखाव तथा संचालन के लिए पूरी तरह जिम्मेदार होता है। इसके बाद चीफ आफिसर, फर्स्ट ऑफिसर, सेकेंड ऑफिसर का स्थान होता है। डेक अधिकारियों को नेविगेशन, कार्गो एवंजहाज के सामान्य रखरखाव का काम देखना होता है। इसमें डेक कैडेट तथा नॉटिकल ऑफिसर सभी कार्यों की निगरानी करते हैं।
तकनीकी विभाग में मरीन इंजीनियर तथा टेक्निकल रेटिंग कार्य करते है। इंजन, जहाज की मशीनों तथा उपकरणों का रखरखाव इस विभाग के द्वारा किया जाता है। इसके अलावा जहाज पर रहने वाले लोगों के खानपान और रहने की व्यवस्था कैटरिंग के लोगों द्वारा की जाती है। इसमें होटल मैनेजमेंट के छात्रों को लिया जाता है।
पाठयक्रम ( )
मर्चेंट नेवी के विभिन्न क्षेत्रों में महानिदेशक (शिपिंग) द्वारा कुल 11 पाठ्यक्रमों को मान्यता दी गई है। इन सभी पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए छात्रों को शारीरिक रूप से स्वस्थ होना चाहिए। इन्हें मुख्यतः तीन वर्गों में बांटा जा सकता है। डेक कैडेट :
डेक कैडेट जहाज का सबसे छोटा ऑफिसर होता है। आगे पदोन्नति के बाद यह कैप्टेन तक बन सकता है। इसमें छात्र दो स्तरों पर प्रवेश पा सकते हैं। भौतिकी, रसायन तथा गणित विषयों में 55 प्रतिशत अंकों के साथ बारहवीं कक्षा उत्तीर्ण छात्र नॉटिकल साइंस मेंएक वर्ष का डिप्लोमा कर सकते हैं।
यह पाठ्यक्रम इंदिरा गांधी मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू) द्वारा संचालित है, जिसे डायरेक्टर जनरल ऑफ शिपिंग द्वारा मान्यता प्राप्त है। एक वर्ष का डिप्लोमा पाठ्यक्रम करने के बाद अभ्यर्थी, 18 महीने की आनशिप ट्रेनिंग के बाद इग्नू से बीएससी नॉटिकल साइंस का पढ़ाई भी कर सकते हैं।
पहले जहाज के नेविगेशन अधिकारी अधिकतम बारहवीं तक ही पढ़े होते थे। इसके बाद में उन्हें एमबीए जैसे कोर्स करने में समस्या आती थी लेकिन अब इग्नू से बीएससी नॉटिकल साइंस की पढ़ाई काम करते हुए किया जा सकता है। छात्र डिप्लोमा कोर्स पूरा करने के बाद भी नौकरी कर सकते हैं, लेकिन बीएससी करने के बाद तरक्की के अवसर काफी बढ़ जाती है।
बारहवीं के बाद डिप्लोमा में प्रवेश लेने वाले छात्रों के लिए आयु सीमा 20 वर्ष है। विज्ञान विषयों के साथ बीएससी छात्रो के लिए यह सीमा 22 वर्ष निर्धारत है। बीई या बीटेक डिग्री धारक 24 वर्ष की आयु तक प्रवेश ले सकते हैं। इस कोर्स के लिए कई संस्थानों द्वारा प्रशिक्षण पाठयक्रम चलाया जाता है। ये तैयारी पाठ्यक्रम हैं, जिसमें छात्रों को इग्नू की परीक्षा के लिए तैयार किया जाता है।
इंजीनियरिंग
कुछ चुने हुए संस्थानों द्वारा मरीन इंजीनियरिंग में चार वर्षीय पाठ्यक्रम संचालित किए जा रहे हैं। इसमें प्रवेश के लिए अभ्यर्थी को भौतिकी, गणित, रसायन विषयों के साथ बारहवीं उत्तीर्ण होना चाहिए, तथा उसकी आयु 20 वर्ष से अधिक नहीं होनी चाहिए। मरीन इंजीनियरिंग एंड रिसर्च इंस्टीटयूट, कोलकाता देश में मरीन इंजीनियरिंग का सर्वोच्च संस्थान है। आईआईटी की संयुक्त परीक्षा के आधार पर ही यहां प्रवेश का प्रावधान है।
रेटिंग (सी-मैन)
इसके लिए पाठ्यक्रम डायरेक्टर जनरल ऑफ शिपिंग द्वारा मान्यता प्राप्त संस्थानों में संचालित किया जाता है। इसकी अवधि 6 महीने है। इसके लिए अभ्यर्थी को विज्ञान विषय के साथ दसवीं पास होना चाहिए। पुरूषों के लिए आयु सीमा 17.5 से 20 वर्ष है जबकि महिलाओं के लिए 17.5 से 22 वर्ष तक है। इसके तहत तकनीकी तथा कैटरिंग विभाग के रेटिंग के लिए भी प्रशिक्षण दिया जाता है। तकनीकी रेटिंग के प्रशिक्षण के लिए अभ्यर्थी को आईटीआई पास होना चाहिए। इसे पीजी रेटिंग के नाम से भी जाना जाता है।
संभावनाएं ( )
सरकारी तथा गैर सरकारी दोनों ही प्रकार की शिपिंग कंपनियों में मर्चेंट नेवी के अधिकारी तथा रेटिंग की नियुक्ति की जाती है। आने वाले दिनों में जहाजोंकी संख्या बढ़ने के साथ क्रू की मांग और बढ़ेगी। इसमें साान्यतः प्रशिक्षत अभ्यर्थियों को साक्षात्कार के माध्यम से नियुक्त किया जाता है।
कुछ शिपिंग कंपनियों में लिखित परीक्षा का प्रावधान है। मर्चेंट नेवी में भारतीय लोगों की काफी मांग है। विदेशी शिपिंग कंपनियां भी भारतीयोंको अपने यहां रखना चाहती हैं। इसका कारण भारतीयों की स्वाभाविक प्रबंधन क्षमता और अंग्रेजी ज्ञान है। इसके साथ देश में भी शिपिंग कंपनियों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, जिसका फायदा नए लोगों को मिल रहा है।
वेतन ( )
मर्चेंट नेवी में कैप्टन का वेतन 4.5 लाख रूपये मासिक होता है। जबकि फर्स्ट ऑफिसर को 3.5 से 4 लाख मिलते है। डेक कैडेट को 75 हजार से 1 लाख की बीच वेतन मिलता है। रेटिंग्स का वेतन 40 से 70 हजार रूपये के बीच होता है। मर्चेंट नेवी में नौकरी चार से छह महीने के अनुबंध पर होती है। अनुबंध खत्म होने के बाद पांच या छह माह की छुट्टी पर चले जाते है। लेकिन पुनः लौटने पर आसानी से काम मिल जाता है।
संस्थान ( )
- इंदिरा गांधी मुक्त विश्वविद्यालय मैदानगढ़ी, नई दिल्ली
- सीहॉक्स मैरीटाइम स्टडीड, 23 गार्डन, नई दिल्ली, 23 राजा गार्डन, नई दिल्ली - 15, फोन : 011-25116362,25110258
- सीहार्स एकेडमी आफ मर्चेंट नेवी, 7-9-40, शंभू मूर्थी स्ट्रीट, काकीनाडा 533004
- एक्वाटेक इंस्टीटयूट ऑफ मेरीटाइम स्टडीज, प्लाट नं. 7, होड नं. 1,सिल्वर ओक मार्ग, घिटोरनी, नई दिल्ली-30
- सेलर मरीन इंस्टीटयूट सी 27 / 114 ए 1 जगतगंज, वाराणसी दूर मरीन एकेडमी 7 श्री. मोहीनी रोड, डलानवाला देहरादून, उत्तरांचल 245001
आकर्षण ( )
मर्चेंट नेवी एक असैनिक कैरियर है, जिसमें कार्गो व क्रूजर को समुद्री मार्ग से ले जाया जाता है। इस क्षेत्र में मुख्यतः तीन विभागों में काम करना होता है डेक, इंजन एवं सर्विस डिपार्टमेंट.
डेक ऑफिसर के तहत कैप्टन, चीफ ऑफिसर, सेकंड ऑफिसर एवंजूनियर ऑफिसर जैसे पद आते है। इंजन डिपार्टमेंट के तहत चीफ इंजीनियर, इलेक्ट्रिक ऑफिसर तथा अन्य जूनियर ऑफिसर आते हैं। सर्विस डिपार्टमेंट के तहत किचेंन, लॉंड्री, मेडिकल तथा अन्य आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध करानी होती है । इसमें आकर्षक वेतन मिलता है। भारतीयों की क्षमता व अच्छी अंग्रेजी के कारण इन्हें प्राथमिकता दी जाती है।
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