आठवीं, दसवीं और बारहवीं के बाद भी हैं अवसर ! There are opportunities even after 8th, 10th and 12th.

आमतौर पर विद्यार्थियों को ऐसा भ्रम होता है कि दसवीं या बारहवीं पास करने के बाद उनके लिए कैरियर या नौकरी के अवसर बिल्कुल नहीं है। यह सच है कि आज बहुत से प्रोफेशनल पाठ्यक्रमों में ग्रेजुएट या पोस्ट ग्रेजुएट विद्यार्थियों को महत्व दिया जाता है। लेकिन इसके बाद भी प्राइवेट कंपनियों में ऐसे बहुत से कार्य अब पैदा होने लगे हैं जिनमें दसवीं या बारहवीं के विद्यार्थियों को लिया जाता है। 

कंपनियाँ भी यह समझने लगी हैं कि उन्हें हमेशा कुशल कर्मचारी नहीं मिलेंगे। इसलिए कंपनियाँ अब युवाओं को चुनते समय उनकी लगन, क्षमता और आगे बढ़ने की इच्छा का ही आंकलन करके उन्हें काम में रख लेती है। इसके बाद थोड़ा सा प्रशिक्षण देकर उन्हें अपने संस्थान की जरूरतों के अनुसार तैयार कर लिया जाता है। 

शुरूआत में वेतन कम होता है । परन्तु धीरे-धीरे कुशलता बढ़ने के साथ-साथ तनख्वाह भी बढ़ती है और ऊंचे पद के साथ बड़ी जिम्मेदारी भी मिलने लगती है।

छत्तीसगढ़ में ऐसे बहुत से नये कार्यक्षेत्र सामने आ रहे हैं, जहाँ कम पढ़े-लिखे विद्यार्थी अपने लिए नौकरी हासिल कर सकते हैं।




शिक्षाकर्मी ( Teaching staff )
 
छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश में राज्य सरकार तीन वर्गों के तहत शिक्षाकर्मियों की भर्ती करती है। प्रमोशन के बाद उनके प्राचार्य बनने की संभावना भी सच होने लगी है। इस. स्थिति तक पहुंचने पर उनकी तनख्वाह 10 से 15 हजार रू. हो जाती है।

मेडिकल रिप्रेजेनटेटिव ( medical representative )

बहुत सी दवा कंपनियां अब केवल बी.एस.सी. स्नातक को ही एम.आर. के रूप में काम नहीं देती हैं बल्कि वे किसी भी स्नातक को अपने यहाँ प्रशिक्षण (प्रोबेशन) पर ही रखकर उन्हें काम सिखा देती हैं। 

कुछ कंपनियों ने तो बारहवीं पास युवाओं को भी इस कारोबार से जोड़ लिया है, हालांकि अभी ये सिलसिला कुछ कंपनियों में ही शुरू हुआ है, लेकिन आगे जब ग्रेजुएट युवा दवा कंपनियों को कम मिलेंगे तो उन्हें बारहवीं पास युवाओं को ही काम देना पड़ेगा। 

अब एक एम. आर. की तनख्वाह भी 8 से 10 हजार रू. तथा अन्य सुविधाओं को मिलाकर 15 हजार रू. तक होती है।

शो-रूम एक्ज़िक्यूटिव ( showroom executive )

शहर में ऑटो मोबाइल, पेट्रोल पम्प, रेडिमेड कपड़े, सौंदर्य प्रसाधन और घरेलू उपकरण सहित अनेक सामानों के बड़े-बड़े शो-रूम खुलने लगे हैं। इनके अलावा शॉपिंग मॉल या काम्पलेक्स में भी बड़ी संख्या में ग्राहकों से बातचीत करने के लिए कामगारों की आवश्यकता पड़ती है। 

इन कामों में ज्यादातर शो-रूम के मालिक बारहवी पास युवाओं को रखना पसंद करते हैं क्योंकि ऐसे युवाओं को अपनी जरूरत के अनुसार काम सिखाया जा सकता है। 

शुरूआत में 4 या 5 हजार की तनख्वाह मिलती है. जो बाद में बढ़कर 7 या 8 हजार रू. तक हो जाती है। 

सिक्यूरिटी सर्विस  ( security service )

शहर में जैसे-जैसे शो-रूम, बैंक, रेसिडेंस और कामर्शियल कॉम्प्लेक्स, एटीएम और अन्य व्यापारिक प्रतिष्ठान बढ़ रहे हैं वैसे-वैसे सुरक्षा गार्ड की नौकरी भी एक नई संभावना बनकर सामने आई है। 

अब इनका ठेका लेने के लिए सिक्यूरिटी सर्विस एजेंसियां बड़ी संख्या में अपने यहाँ डेढ़ से दो हजार रू. की तनख्वाह देकर आठवीं या दसवीं पास युवाओं को काम पर रख लेती हैं। 

ये एजेंसियां एक साथ पूरे कॉम्पलेक्स का ठेका लेकर बड़े मालिकों से दो-तीन लाख रू. सेवा शुल्क वसूल करती हैं। शहरों में कम पढ़े-लिखे युवाओं के लिए यह भी एक अच्छा काम है।

डोर-टू-डोर सेल्समेन ( door-to-door salesmen )

जबसे डायरेक्ट मार्केटिंग का चलन बढ़ा है तब से बहुत सी कंपनियां अपने सामान डिस्ट्रीब्यूटर या रिटेल दुकानों को न देकर उन्हें डायरेक्ट मार्केटिंग की मदद से बेचती हैं। इसके लिए सामान की प्रकृति के अनुसार लड़कियों, महिलाओं या युवाओं को काम पर लिया जाता है। 

ये कामगार घर-घर जाकर लोगों से संपर्क करते हैं और उन्हें कम कीमत पर सामान बेचते हैं। इस काम में उन्हें दो से तीन हजार रू. की निश्चित तनख्वाह के अलावा सामान बेचने पर कमीशन भी अलग से मिलता है।

कैसे करें शुरुआत ? ( How to start? )

इस तरह के अन्य बहुत से काम निजी बैंकों के सेल्स एक्टिक्यूटिव, कस्टमर केयर प्रतिनिधि या कॉल सेन्टर के प्रतिनिधि के रूप में भी सामने आने लगे हैं। इनमें 24 घंटे की सेवा होती है।

रात की सेवा के लिए तनख्वाह के अलावा गाड़ी से आने-जाने की सुविधा तथा मोबाइल फोन और कमीशन भी दिया जाता है। 

जो युवा बेरोजगार हैं वे अपनी शिक्षा और योग्यता के अनुसार इनमें से कोई भी काम अखबारों के लघु विज्ञापनों को देखकर प्राप्त कर सकते हैं।



12th Ke Baad Kya Kare:




12वीं के बाद क्या करें, यह कई छात्रों के मन में एक बड़ा सवाल होता है। नीचे दिए गए कुछ विकल्प हैं जो आपके लिए संभव उपलब्ध हो सकते हैं।


व्यावसायिक पाठ्यक्रम: 



आप अपनी रूचि के अनुसार व्यवसायिक पाठ्यक्रम चुन सकते हैं, जो आपके भविष्य में अच्छी कैरियर ऑप्शन्स प्रदान कर सकते हैं। इसमें आप इंजीनियरिंग, आईटी, मैनेजमेंट, मेडिकल, आर्ट्स, सामाजिक विज्ञान आदि के अनेक विकल्प हो सकते हैं।


व्यवसाय: 


आप खुद का व्यवसाय शुरू कर सकते हैं। इसमें आप बैंक ऋण, स्वयं का पूंजी लगाकर शुरुआत कर सकते हैं।


सरकारी नौकरी: 


आप सरकारी नौकरी के लिए तैयारी कर सकते हैं। इसमें आप SSC, UPSC, IBPS, रेलवे, डिफेंस, पोस्टल सर्किल आदि के विभिन्न पदों के लिए आवेदन कर सकते हैं।


स्किल डेवलपमेंट कोर्स: 


आप किसी भी स्किल डेवलपमेंट कोर्स में दाखिला ले सकते हैं। इसमें आप डिजाइनिंग, सोशल मीडिया मार्केटिंग, कंप्यूटर प्रोग्रामिंग, फाइनांस, भाषा शिक्षण, कुकिंग आदि कोर्स शामिल हो सकते हैं। इससे आप अपनी स्किल और ज्ञान को बढ़ा सकते हैं और अपने कैरियर को आगे बढ़ा सकते हैं।



फ्रीलांसिंग: 



आप फ्रीलांसिंग कर सकते हैं जैसे कि लेखन, फोटोग्राफी, वीडियो एडिटिंग, आईटी, डिजाइनिंग आदि। यह आपको आज के समय में अधिक आय उपलब्ध कराता है और आप घर बैठे ही काम कर सकते हैं।


योग्यता और ज्ञान को बढ़ाना: 



आप कुछ समय तक कोई नया कोर्स नहीं करना चाहते हैं, तो आप अपनी योग्यता और ज्ञान को बढ़ा सकते हैं। इसमें आप अपने द्वारा पसंद की गई विषयों में अध्ययन कर सकते हैं और उन्हें अच्छी तरह से समझ सकते हैं।


इन विकल्पों के अलावा भी कई और विकल्प हो सकते है 


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