पहले कुछ दशकों में राष्ट्रीय और अन्तर्राष्ट्रीय पर्यटन का विस्तार होने से होटल उद्योग को काफी लाभ हुआ है। अब बड़े-बड़े समूह अनेक शहरों में अपने होटल और रेस्टारेंट की श्रृंखला का विस्तार करने लगे है।
स्टार होटल का प्रबंधन में भी एक अलग विशेषता होती है। इनके प्रबंधन में कुशल विशेषज्ञों की जरूरत होती है। इसलिए होटल प्रबंधन भी एक अच्छा कैरियर बन गया है।
इसके लिए देश में बहुत से संस्थान हैं, जो प्रशिक्षण के साथ व्यावहारिक अनुभव प्रदान करते है।
भारत में इस समय बढ़ते होटल और रेस्टारेंट की संख्या को देखते हुए इसमें तीन लाख से भी ज्यादा कर्मचारियों की आवश्यकता है।
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होटल के विभिन्न कार्य ( various functions of the hotel )
एक बड़े होटल में विभिन्न कच्चे और पक्के सामानों की आपूर्ति के लिए एक विशेषज्ञ होता है, जो पूरी निगरानी करता है। इसे हाउसकिपिंग कहते हैं।
इसके अलावा एकाउंट, रसोईघर, परिवहन मेहनान नवाजी, रूम सर्विस, इंजीनियरिंग और साफ सफाई के साथ-साथ होटल की मार्केटिंग और पेय पदार्थों की सेवा संबंधी अनेक कार्य होते हैं।
प्रशासन और प्रबंधक ( Administration and Manager )
होटल के विभिन्न कार्य क्षेत्रों के प्रबंधन और प्रशासन की अलग-अलग शाखाएं होती हैं।
इसमें फ्रंट आफिस, हाउस कीपिंग, एकांउट, मार्केटिंग और केटरिंग (खान-पान) सहित सभी शाखाओं के अलग-अलग प्रबंधक होते हैं।
केटरिंग ( Catering )
इसमें ग्राहकों की पसंद के अनुसार सूची (मीनू) तय करना और आवश्यक खानपान की वस्तुओं की आपूर्ति करना, तथा केटरिंग में शामिल है।
कर्मचारियों के प्रशिक्षण की व्यवस्था भी इसमें शामिल है।
फ्रंट आफिस ( front office )
इस कार्य में कमरा उपलब्ध कराना, यात्रा और परिवहन की व्यवस्था करना, शिकायतों का समाधान करना और टिकट उपलब्ध करना शामिल है। यह कार्य किसी भी होटल के स्वागत कक्ष (रिसेप्शन) से संचालित होता है।
यहां के कार्य करने वाले कर्मचारी को फोन पर ग्राहकों और आगंतुकों की सभी जिज्ञासाओं को नम्रतापूर्वक शांत करना होता है।
इंजीनियरिंग सेवा ( Engineering service )
होटल में चूंकि बहुत से निर्माण तथा मरम्मत कार्य अक्सर चलते रहते हैं, इसलिए एक इंजीनियरिंग शाखा भी हरेक होटल में अनिवार्य रूप से होती है।
कमरों की व्यवस्था, बाथरूम टायलेट की व्यवस्था या रसोईघर और डिनर हाल की सिविल इंजीनियरिंग से संबंधित बहुत से कार्य अवसर होते रहते हैं।
इसमें मेकेनिकल या इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग भी शामिल हैं।
इसलिए प्रत्येक होटल में एक इंजीनियरिंग शाखा होती है। इसके प्रबंधक इंजीनियरिंग में डिग्री या डिप्लोमा प्राप्त विशेषज्ञ होते हैं।
अनिवार्य योग्यता ( Essential qualification )
होटल उद्योग में सफल कैरियर बनाने के लिए शैक्षणिक योग्यता के साथ, बातचीत करने की कुशलता, नम्रता, शारीरिक क्षमता, मकान के नीचे कार्य करने की योग्यता जैसी विशेषताएं होना जरूरी है।
शैक्षणिक योग्यता ( Educational qualification )
होटल प्रबंधन के डिग्री या डिप्लोमा / केटरिंग टेक्नॉलॉजी में डिप्लोमा, पाकशास्त्र और खानपान (न्यूट्रीशन) में डिप्लोमा जैसी पढ़ाई इस क्षेत्र में कार्य करने के लिए आवश्यक है।
प्रवेश परीक्षा ( Entrance examinations )
बहुत से संस्थान अपने यहां प्रवेश देने से पहले परीक्षा लेते है। इसमें अंग्रेजी भाषा, अंक गणित, वैज्ञानिक तार्किक प्रश्न और सामान्य ज्ञान के प्रश्न पूछे जाते हैं।
संबंधित कैरियर के अवसर ( Related career opportunities )
होटल प्रबंधन के साथ-साथ ट्रेवल एंड टूरिज्म, जनसम्पर्क, इवेन्ट मैनेजमेंट, परिवहन टैक्सी सेवा, सेल्स मार्केटिंग, फूड टेक्नॉलॉजी, न्यूट्रीशन और इंटीरियर डिजाइन के कैरियर भी जुड़े हुए हैं।
इन क्षेत्रों में भी साथ-साथ कंपनी योग्यता बढ़ाकर कार्य किया जा सकता है। इस क्षेत्र में योग्यता के अनुसार वेतन और सुविधाओं की बढ़ोतरी भी खूब होती है।
साथ ही देश-विदेश में यात्रा का अवसर भी प्राप्त होता है।
होटल मैनेजमेंट एक पर्यटन उद्योग है जो लोगों को खाने-पीने और आराम के सुविधाएं प्रदान करता है। इसका मुख्य उद्देश्य लोगों को अपनी सेवाओं के माध्यम से आरामदायक और अपने घर से भी बेहतर वातावरण प्रदान करना होता है।
होटल मैनेजमेंट के कार्य में अन्य कार्य कर्मचारियों की नियुक्ति, प्रबंधन और विपणन शामिल होते हैं। इसके अलावा, होटल मैनेजमेंट द्वारा प्रदान की जाने वाली सेवाओं में रिसोर्ट्स, मोटेल, छात्रावास, एयरपोर्ट होटल और नॉन-स्मोकिंग होटल शामिल होते हैं।
होटल मैनेजमेंट का काम उच्च गुणवत्ता वाली सेवाएं प्रदान करने के साथ-साथ, संभवतः समस्याओं के संबंध में भी समाधान प्रदान करना होता है, जैसे ग्राहक की शिकायतों का समाधान करना, अनुकूलता आदि। इसलिए, होटल मैनेजरों को अच्छे कम्युनिकेशन, नेतृत्व और समस्या समाधान के कौशल की आवश्यकता होती है।
होटल मैनेजमेंट उन लोगों के लिए एक बहुत रोमांचक करियर हो सकता है जो खान-पान एवं पर्यटन उद्योग में रुचि रखते हैं। यह एक बहुत व्यापक फ़ील्ड है जिसमें विभिन्न विषयों जैसे खान-पान, मार्केटिंग, वित्त, मैनेजमेंट आदि के अध्ययन के जरिए होटल और पर्यटन सेक्टर में काम करने के लिए तैयार किया जाता है।
यदि आप होटल मैनेजमेंट में करियर बनाने की योजना बना रहे हैं, तो निम्नलिखित चरणों का पालन कर सकते हैं:
उच्च शिक्षा की डिग्री: होटल मैनेजमेंट में शिक्षा की डिग्री प्राप्त करना आवश्यक है। यह डिग्री विभिन्न विश्वविद्यालयों और कॉलेजों से उपलब्ध होती है।
संबंधित अनुभव या प्रशिक्षण: होटल मैनेजमेंट में करियर बनाने से पहले, आपको संबंधित अनुभव या प्रशिक्षण होना चाहिए। इसे आप किसी भी छोटे स्तर के होटल में स्थानांतरित होकर या विभिन्न प्रशिक्षण केंद्रों से प्राप्त कर सकते हैं।
होटल मैनेजमेंट को संचालित करने के लिए, संचालकों को बहुत से कार्यों का ध्यान रखना पड़ता है। ये कार्य निम्नलिखित होते हैं:
विभिन्न विभागों को प्रबंधित करना: होटल मैनेजर को सुनिश्चित करना होता है कि विभिन्न विभागों का अच्छी तरह से संचालन हो रहा है। इसमें रसोई, सामान्य प्रबंधन, सुरक्षा, स्टाफ, रोजगार आदि शामिल होते हैं।
अतिथि सेवा के संबंध में जानकारी: होटल मैनेजर को अतिथि सेवा के संबंध में सभी जानकारियां होनी चाहिए। उन्हें यह सुनिश्चित करना होता है कि अतिथि अपने कमरे में सही सुविधाओं से लाभान्वित हों।
रोजगार और संचालन के लिए बजट का प्रबंधन: होटल मैनेजर को रोजगार और संचालन के लिए उपलब्ध बजट का प्रबंधन करना होता है। वह सभी खर्चों का निरीक्षण करते हुए यह सुनिश्चित करते हैं कि वे बजट से भीतर हो रहे हैं।
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यदि किसी वस्तु की आवश्यकता है,
तो वह है व्यवहारिक ज्ञान की ।